संकटनाशन गणेश स्तोत्र – प्रणम्यं शिरसा देव गौरीपुत्रं विनायकम

संकटनाशन गणेश स्तोत्र – प्रणम्यं शिरसा देव गौरीपुत्रं विनायकम

नारद पुराण से उद्धरित श्री गणेश का लोकप्रिय संकटनाशन स्तोत्र, मुनि श्रेष्ठ श्री नारद जी द्वारा कहा गया है। इस स्तोत्र के पाठ से व्यक्ति के जीवन के संकट मिट जाते हैं। अतः इस स्तोत्र को श्री संकटनाशन स्तोत्र अथवा सङ्कटनाशन गणपति स्तोत्र के नाम से भी जाना जाता है। प्रणम्यं शिरसा देव गौरीपुत्रं विनायकम … Read more

श्री दशावतार स्तोत्र: प्रलय पयोधि-जले

प्रलय पयोधि-जले धृतवान् असि वेदम्विहित वहित्र-चरित्रम् अखेदम्केशव धृत-मीन-शरीर, जय जगदीश हरे क्षितिर् इह विपुलतरे तिष्ठति तव पृष्ठेधरणि- धारण-किण चक्र-गरिष्ठेकेशव धृत-कूर्म-शरीर जय जगदीश हरे वसति दशन शिखरे धरणी तव लग्नाशशिनि कलंक कलेव निमग्नाकेशव धृत शूकर रूप जय जगदीश हरे तव कर-कमल-वरे नखम् अद्भुत शृंगम्दलित-हिरण्यकशिपु-तनु-भृंगम्केशव धृत-नरहरि रूप जय जगदीश हरे छलयसि विक्रमणे बलिम् अद्भुत-वामनपद-नख-नीर-जनित-जन-पावनकेशव धृत-वामन रूप जय … Read more

ॐ श्री विष्णु मंत्र: मङ्गलम् भगवान विष्णुः

Shri Vishnu Mantra

1. श्री विष्णु मूल मंत्रॐ नमोः नारायणाय॥ 2. श्री विष्णु भगवते वासुदेवाय मंत्रॐ नमोः भगवते वासुदेवाय॥ 3. श्री विष्णु गायत्री मंत्रॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि।तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥ 4. विष्णु शान्ताकारं मंत्र 5. मंगल श्री विष्णु मंत्रमङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥

मंत्र: शिव तांडव स्तोत्रम्

सार्थशिवताण्डवस्तोत्रम्॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थलेगलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम्।डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयंचकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम्॥१॥ जटाकटाहसम्भ्रमभ्रमन्निलिम्पनिर्झरीविलोलवीचिवल्लरीविराजमानमूर्धनि।धगद्धगद्धगज्ज्वलल्ललाटपट्टपावकेकिशोरचन्द्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम॥२॥ धराधरेन्द्रनंदिनीविलासबन्धुबन्धुरस्फुरद्दिगन्तसन्ततिप्रमोदमानमानसे।कृपाकटाक्षधोरणीनिरुद्धदुर्धरापदिक्वचिद्दिगम्बरे(क्वचिच्चिदम्बरे) मनो विनोदमेतु वस्तुनि॥३॥ जटाभुजङ्गपिङ्गलस्फुरत्फणामणिप्रभाकदम्बकुङ्कुमद्रवप्रलिप्तदिग्वधूमुखे।मदान्धसिन्धुरस्फुरत्त्वगुत्तरीयमेदुरेमनो विनोदमद्भुतं बिभर्तु भूतभर्तरि॥४॥ सहस्रलोचनप्रभृत्यशेषलेखशेखरप्रसूनधूलिधोरणी विधूसराङ्घ्रिपीठभूः।भुजङ्गराजमालया निबद्धजाटजूटकश्रियै चिराय जायतां चकोरबन्धुशेखरः ॥५॥ ललाटचत्वरज्वलद्धनञ्जयस्फुलिङ्गभानिपीतपञ्चसायकं नमन्निलिम्पनायकम्।सुधामयूखलेखया विराजमानशेखरंमहाकपालिसम्पदेशिरोजटालमस्तु नः॥६॥ करालभालपट्टिकाधगद्धगद्धगज्ज्वलद्धनञ्जयाहुतीकृतप्रचण्डपञ्चसायके।धराधरेन्द्रनन्दिनीकुचाग्रचित्रपत्रकप्रकल्पनैकशिल्पिनि त्रिलोचने रतिर्मम॥७॥ नवीनमेघमण्डली निरुद्धदुर्धरस्फुरत्कुहूनिशीथिनीतमः प्रबन्धबद्धकन्धरः।निलिम्पनिर्झरीधरस्तनोतु कृत्तिसिन्धुरःकलानिधानबन्धुरः श्रियं जगद्धुरंधरः॥८॥ प्रफुल्लनीलपङ्कजप्रपञ्चकालिमप्रभावलम्बिकण्ठकन्दलीरुचिप्रबद्धकन्धरम्।स्मरच्छिदं पुरच्छिदं भवच्छिदं मखच्छिदंगजच्छिदांधकच्छिदं तमन्तकच्छिदं भजे॥९॥ अगर्व सर्वमङ्गलाकलाकदम्बमञ्जरीरसप्रवाहमाधुरी विजृम्भणामधुव्रतम्।स्मरान्तकं पुरान्तकं भवान्तकं … Read more

शम्भु स्तुति – नमामि शम्भुं पुरुषं पुराणं

Shambhu Stuti

लंका प्रवेश के समय भगवान श्री राम ने रामेश्वरम में स्वयं शिवलिंग की स्थापना के साथ भगवान शिव का आह्वान किया था। शम्भु स्तुति को भगवान राम द्वारा रचित कहा जाता है, इस शम्भु स्तुति का उल्लेख ब्रह्म पुराण से लिया गया है। नमामि शम्भुं पुरुषं पुराणंनमामि सर्वज्ञमपारभावम् ।नमामि रुद्रं प्रभुमक्षयं तंनमामि शर्वं शिरसा नमामि ॥१॥ नमामि … Read more

ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र

Rin Harta Shri Ganesh Stotra

ऋण से छुटकारा पाने हेतु ऋणहर्ता गणपति स्तोत्र का नियमित पाठ करने से भक्त को कर्ज चुकाने मे आसानी होती है, साथ ही साथ धन अर्जित करने के अन्य कई साधन भी निकल आते हैं। ॥ ध्यान ॥ॐ सिन्दूर-वर्णं द्वि-भुजं गणेशं लम्बोदरं पद्म-दले निविष्टम् ।ब्रह्मादि-देवैः परि-सेव्यमानं सिद्धैर्युतं तं प्रणामि देवम् ॥ ॥ मूल-पाठ ॥सृष्ट्यादौ ब्रह्मणा सम्यक् पूजित: … Read more

हनुमान द्वादश नाम स्तोत्रम: मंत्र

hanuman mantras

॥ श्री हनुमानद्वादशनाम स्तोत्र ॥ हनुमानञ्जनीसूनुर्वायुपुत्रो महाबल: । रामेष्ट: फाल्गुनसख: पिङ्गाक्षोऽमितविक्रम: ॥ उदधिक्रमणश्चैव सीताशोकविनाशन:। लक्ष्मणप्राणदाता च दशग्रीवस्य दर्पहा ॥ एवं द्वादश नामानि कपीन्द्रस्य महात्मन: । स्वापकाले प्रबोधे च यात्राकाले च य: पठेत् ॥ तस्य सर्वभयं नास्ति रणे च विजयी भेवत् । राजद्वारे गह्वरे च भयं नास्ति कदाचन ॥

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